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Tuesday, March 26, 2019

benefits of computer

कंप्यूटर सिस्टम के लाभ

कंप्यूटर सिस्टम - परिभाषा
कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है।  कंप्यूटर ऐसे उपकरणों से बने होते है , जो डेटा को इनपुट करते है, प्रॉसेस करते है एवं स्टोर करते है और इच्छित स्वरूप में परिणाम देते यही।  डेटा का मटकाब रॉ एंड फिंगर्स है।  डेटा एक इनपुट डिवाइस के मध्यम से जैसे की कीबोर्ड के माध्यम से कंप्यूटर में इनपुट किया जाता है।  और कंप्यूटर की मेमोरी में संग्रहित किया जाता है।  इसके बाद यह दिए गए निर्देशों के सेट के अनुसार कार्य प्रोसेस करता करता है ,.कंप्यूटर डेटा संसाधित करता है और जानकारी का उत्पादन करता है।  कंप्यूटर केवल बिधुत  की बंद और चालू को ही समझ सकते है।  जहा चालू का मतलब सर्किट ऑन है एवं बैंक का मतलब सर्किट ऑफ है। 

comptuer user with desk


कंप्यूटर एक सुचना प्रणाली का हिस्सा है।  सुचना प्रणाली के पांच भाग है -
  • डेटा
  • हार्डवेयर
  • सॉफ्टवेयर
  • प्रोसीजर
  • पीपल


  1. डेटा :- कच्चे रॉ , असंसाधित तथ्यों , जैसे की पथ , संख्या इमेज और ध्वनियों को डेटा कहा जाता है।  प्रसंस्कृत डेटा से जानकारी अर्जित करते है। 
  2. हार्डवेयर :- ओह उपकरण जो डेटा को प्रोसेस कर सुचना में बदल देता है।  इनमे कीबोर्ड , मॉनिटर , माउस , प्रणाली इकाई , और अन्य उपकरण शामिल है।  हार्डवेयर सॉफ्टवेयर द्वारा नियंत्रित किया जाता है। 
  3. सॉफ्टवेयर :- एक प्रोग्राम जो दिशा निर्देशो का सेट होता है और कम्पूटर को बताता है की स्टेप बी स्टेप कैसे कार्य करना है।  प्रोग्राम या सेट ऑफ प्रोग्राम्स का दूसरा नाम सॉफ्टवेयर है। 
  4. प्रोसीजर :- यह वे नियम  निर्देश है जोकि लोग सॉफ्टवेयर , हार्डवेयर एवं डाटा का उपयोग करते समय पालन करते हैइन प्रक्रियाओ को आम तोर पर कंप्यूटर विशेषज्ञों द्वारा लिखा व पुस्तिकाओं में दर्ज़ किया गटा है। 
  5. पीपल :- लोग सुचना प्रणाली के पांच भोगो में से एक है।  कंप्यूटर के द्वारा लोगो को अधिक उत्पादक और प्रभावी बनाया जा सकता है।

कंप्यूटर की विशेषताएँ

  1. गति :- कंप्यूटर बहुत ही उच्च गति पर डेटा को प्रोसेस करता है।  कंप्यूटर डेटा की एक बड़ी मात्रा को संसाधित करने के लिए केवल कुछ ही सेकण्ड लेता है अर्थात एक लाख निर्देशों को एक  संसाधित किया जा सकता है।  \ 
  2. शुद्धता :- एक कम्प्टूयर द्वारा उत्पादित परिणाम पूर्ण रूप से सही होते है।  यदि कम्प्टूयर में सहित डेटा दर्ज़ किया गया है तो प्राप्त परिणाम एकदम सटीक होगा।  कंप्यूटर गीगो ( GIGO ) ( Garbage In Garbage Out ) के सिद्धांत पर काम करता है।  
  3. उच्च संचयन क्षमता :- कंप्यूटर की मेमोरी बहुत ही विशाल होती है , और एक बहुत कॉम्पैक्ट ढंग से डेटा को एक बड़ी मात्रा में स्टोर कर सकते है।  कोई भी जानकारी या डेटा कम्प्टूयर में एक लम्बे समय तक के लिए सोते रहता है।  इस सुविधा के साथ , पुनरावृति से बचा सकता है।  
  4. विविधता :- कंप्यूटर अनेक प्रकार के कार्यो को करने में उपयोग किया जा सकता है जैसे की हम पत्र लिखने के लिए , पत्रक तैयार करने , संगीत सुनने , वस्तु सूचि के प्रबंधन , अस्पताल प्रबंधन , बैंकिंग और कई और प्रकार के कार्य कर सकते है। 
  5. परिश्रमशीलता :- एक मशीन होने के नाते , एक कंप्यूटर थकान , एकाग्रता की कमी और बोरियत से मुक्त होता है।  कंप्यूटर जिस गति से पहले निर्देश को संसाधित करता है उसी गति से आखरी निर्देश को संसाधित करने सक्षम होता है। 
  6. सीमा :- कम्पूटर एक मूक मशीन है और वह स्वय कुछ नहीं कर सकता है।  कम्पूटर एक इलेक्ट्रॉनिक मशीन है जोकि डाटा को ग्रहण करने की क्षमता रखता है एवं दिए हुए दिषा निर्देशों की पलना करते हुए इनफार्मेशन या सिग्नल के रूप में आउटपुट देता है।  एक अप्रत्याशित स्थिति कंप्यूटर अपने डीएम पर कोई भी निर्णय नहीं ले सकता है।  निर्देशों के क्रम को कम्पूटर से नहीं बदला जा सकता है।  कंप्यूटर आईक्यू ( Intelligent Quotient ) नहीं होता है। 


हार्डवेयर सॉफ्टवेयर


सॉफ्टवेयर :- हम कंप्यूटर की मदद से विभिन्न प्रकार के कार्यो को सम्पन्न कर सकते है।  असल में सभी प्रक्रियाए सॉफ्टवेयर की मदद से की जाती है जो किसिस एक सेकंडरी मेमोरी डिवाइस में संग्रहित हो जाती है।  सॉफ्टवेयर प्रोग्राम का एक और नाम है।  सोफ्ट्वरे प्रोग्रामो का संग्रह है जो एक विशेष प्रोग्रामिंग भाषा में लिखा गया है।  सॉफ्टवेयर के अपने दो प्रमुख प्रकार है। 
  1. सिस्टम सॉफ्टवेयर
  2. एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर


software


सिस्टम सॉफ्टवेयर :- सिस्टम सॉफ्टवेयर एक ऐसा सॉफ्टवेयर है जो फेल उपयोगकर्ता से सुचना का आदान प्रदान करता है और फिर एप्लीकेशन साथ ही काम करता है।  सिस्टम सॉफ्टवेयर कंप्यूटर को अपने आंतरिक संसाधनों का प्रबंधन करने में मदद करता है।  सिस्टम सॉफ्टवेयर एक प्रोग्राम नहीं है ,बल्कि कई प्रोग्रामो का एक संग्रह है।  सिस्टम प्रोग्राम्स के महत्वपूर्ण घटक निम्न प्रकार है। 

ऑपरेटिंग सिस्टम :- ऑपरेटिंग सिस्टम सिस्टम सॉफ्टवेयर है जो की कम्पोटर हर्डर और  संसाधनों का प्रबंधन और कम्पूटर प्रोग्राम के लिए आम सेवाओं प्रदान करता है , यह कम्प्यूटर और उपयोगकर्ता यूजर के बिच एक इंटरफेस प्रदान करता है विंडोज ओएस कम्प्टूयर पर सबसे अधिंक और व्यापक रूप से इस्तेमाल किया जाने वाला ऑपरेटिंग सिस्टम में से एक है लिनक्स और यूनिक्स ओएस भी कुछ विशेष प्रकार की एप्लीकेशन में इस्तेमाल किया जाता है वे कई प्रकार के होते है , जैसे एम्बेडेड , वितरित , वास्तविक समय आदि

यूटिलिटीज :- यूटिलिटीज विभिन्न प्रकार की सेवाए है जो की ऑपरेटिंग सिस्टम के द्वारा प्रदान की जाती है यूटिलिटीज जैसे डिस्क फ्रेगमेंटर अवाछनिय फाइल को हटाने एवं डिस्क के संसाधनों को पूर्ण रूप से काम में लेने के लिए उपयोगी होती है। इस सुविधा के द्वारा हम डिस्क स्पेस को भी व्यवस्थित कर सकते है। 

डिवीस ड्राइवर :- ये के तरह के विशेष प्रोग्राम होते है हो अन्य इनपुट डिवाइस को बाकी के कम्प्टूयर प्रणाली के साथ संवाद करने की अनुमति प्रदान करते है। 

सर्वर :- सर्वर की आवश्यकता तब पड़ती है जब अलग लग यूजर द्वारा किए गए अनुरोधों को पूरा करने के लिए विभिन्न प्रकार के प्रोग्राम को राण करने की जरूरत होती है।  

एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर

एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर वो सॉफ्टवेयर है जो विशेष रूप से उपयोगकर्ताओ के लिए तैयार किए जाते है इनको एंड यूजर प्रोग्राम्स भी कहते है कुछ प्रोग्राम्स जैसे वर्ड प्रोसेसर , वेब ब्राउज़र , एक्सेल , एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर की श्रेणी में आते है इन प्रोग्रामो को बेसिक या स्पेशलाइज्ड एप्लीकेशन के उप में वर्गीकृत किया जा सकता है। 
बेसिक एप्लीकेशन :- इन ऍप्लिकेशनों को व्यापक रूप से जीवन के लगभग सभी क्षेत्रों में उपयोग किया जाता है 

  1. व्यापार
  2. शिक्षा
  3. चिकित्सा विज्ञानं
  4. बैंकिंग
  5. इंडस्ट्रीज



एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर का उपयोग आप अनेक कामो के लिए कर सकते है जैसे की सन्देश भेजने , दस्तावेज़ तैयार करने , स्प्रेडशीट बनाना , डेटाबेस , ऑनलाइन शॉपिंग आदि एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर इस तरिके से तैयार किए जाते है।  जससे उपयोगकर्ता के लिए काम करना बेहद आसान हो जाता है।  
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